"हमारी मित्रता हमेशा उज्जवल और स्पष्ट रहेगी": मालदीव में प्रधानमंत्री मोदी
- Asliyat team

- Jul 25
- 2 min read
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 को मालदीव की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्जू से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सहयोग को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के संसद भवन में अपने संबोधन में कहा, "हमारे लिए हमेशा मित्रता पहले है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत और मालदीव के संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी हैं और समुद्र की गहराई जितनी मजबूत हैं। इस अवसर पर, दोनों देशों ने पारंपरिक नावों की छवि वाले विशेष डाक टिकट जारी किए, जो उनके साझा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार का "पड़ोसी पहले" सिद्धांत न केवल भारत के लिए, बल्कि उसकी विदेश नीति का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने मालदीव की लोकतांत्रिक यात्रा की सराहना की और कहा कि यह सफलता न केवल मालदीव के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इस यात्रा के दौरान, भारत और मालदीव ने ₹4,850 करोड़ (लगभग $565 मिलियन) की एक नई ऋण रेखा पर हस्ताक्षर किए। इसके अतिरिक्त, दोनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की वार्ता शुरू की, जो आर्थिक सहयोग को और मजबूत करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की और उनकी भूमिका को द्विपक्षीय मित्रता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, "भारत-मालदीव मित्रता आपसी सम्मान और बढ़ती सहयोग से चिह्नित है।"
यह यात्रा भारत और मालदीव के बीच बढ़ते विश्वास और सहयोग का प्रतीक है, जो दोनों देशों के लिए एक उज्जवल भविष्य की ओर संकेत करता है।







Comments