सुकमा में 16 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, जिनमें 2 पीएलजीए सदस्य शामिल
- Asliyat team

- Jun 2
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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सोमवार को 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें दो पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) के सदस्य शामिल हैं। इनमें से छह नक्सलियों पर कुल 25 लाख रुपये का इनाम था, जिनमें एक महिला और एक युवा पुरुष कैडर पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। यह आत्मसमर्पण राज्य सरकार की नक्सलियों के पुनर्वास नीति और विकास योजनाओं के तहत हुआ है।
सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरन जी. चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में रिता उर्फ डोडी सुकी (36 वर्ष) और राहुल पुनम (18 वर्ष) शामिल हैं, जो क्रमशः PLGA की केंद्रीय क्षेत्रीय समिति कंपनी नंबर 2 और PLGA बटालियन नंबर 1 के सदस्य थे। इन दोनों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा, अन्य कैडरों में लेकम लाखमा, सोडी चुला, तेलम कोसा और डोडी हुड़रा शामिल हैं, जिन पर 2 से 3 लाख रुपये तक का इनाम था।
इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण के दौरान बताया कि वे माओवादी विचारधारा से निराश हो गए थे और अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेताओं द्वारा स्थानीय आदिवासियों पर किए गए अत्याचारों से आहत थे। इसके अलावा, राज्य सरकार की 'नियाद नेल्लानार' विकास योजना और पुनर्वास नीति ने उन्हें मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया।
आत्मसमर्पण के बाद, सुकमा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के अधिकारियों ने इन नक्सलियों को 50,000 रुपये की तत्काल सहायता प्रदान की और पुनर्वास प्रक्रिया शुरू की। इसके साथ ही, सुकमा जिले के केरलपेंडा गांव को नक्सल मुक्त घोषित किया गया है, जिससे गांव को राज्य सरकार की नई योजना के तहत 1 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लाभ मिलेगा।
यह घटनाक्रम राज्य सरकार की नक्सलवाद के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई और विकास योजनाओं की सफलता को दर्शाता है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की बढ़ती संख्या से यह संकेत मिलता है कि माओवादी गतिविधियों में कमी आ रही है और क्षेत्र में शांति और विकास की दिशा में सकारात्मक बदलाव हो रहा है।







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