मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठी गौरव के नाम पर गुंडागर्दी को नकारा
- Asliyat team

- Jul 5
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य में मराठी भाषा के नाम पर किसी भी प्रकार की हिंसा या गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह बयान उन्होंने उस घटना के संदर्भ में दिया, जिसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने मीरा रोड के एक मिठाई विक्रेता बाबूलाल खिमाजी चौधरी को केवल इसलिए पीटा क्योंकि वह मराठी में बात नहीं कर रहे थे।
फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति भाषा के नाम पर हिंसा करता है, तो हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।" उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। "हम अपनी भाषा पर गर्व करते हैं, लेकिन किसी भी भारतीय भाषा का इस तरह से अपमान नहीं किया जा सकता," उन्होंने जोड़ा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं से राज्य में मराठी समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचता है। "यदि कोई मराठी व्यापारी असम जाता है और वहां मराठी नहीं बोल पाता, तो क्या उसे पीटा जाएगा?" उन्होंने सवाल किया। "हम मराठी पर गर्व करते हैं, लेकिन हमें दूसरों की भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए," उन्होंने कहा।
इस बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इस हमले का समर्थन करते हुए कहा कि विक्रेता ने मराठी भाषा का अपमान किया था। हालांकि, मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी भाषा के नाम पर हिंसा को जायज नहीं ठहराया जा सकता।
राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी भाषा पर गर्व करें, लेकिन दूसरों की भाषाओं का भी सम्मान करें। यह घटना राज्य में भाषा के मुद्दे पर बढ़ती संवेदनशीलता को दर्शाती है, और यह स्पष्ट करती है कि भाषा के नाम पर हिंसा या दबाव को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।







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