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गुरुग्राम में भीषण आग, 150 सिलेंडर फटे

सेक्टर-49 गुरुग्राम के घसोला गांव में सुबह गैस सिलेंडर फटने से भीषण आग लग गई। दो साल पहले भी इसी स्थान पर भीषण आग लगी थी। कथित तौर पर, 150 से अधिक छोटे गैस सिलेंडरों में आग लगने के बाद, आग तेजी से फैल गई और धुआं आसमान में भर गया। आग ने कई झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया, जिनमें से 160 से अधिक झोपड़ियां पूरी तरह से जलकर खाक हो गईं। आग लगने का कारण छोटे सिलेंडरों में विस्फोट बताया जा रहा है। दमकल कर्मियों ने झोपड़ियों से निवासियों को बाहर निकाला और आग पर काबू पाने में उन्हें करीब तीन घंटे का समय लगा। किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है।

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दमकल अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें सुबह करीब 11 बजकर 55 मिनट पर सेक्टर-29 दमकल केंद्र पर आग लगने की सूचना मिली। आग के कारण 2,000 से अधिक लोग बेघर हो गए। उन्हें संदेह था कि आग की घटना छोटे सिलेंडरों में विस्फोट के कारण हुई जिससे इलाके में आग लग गई और यह तेजी से अन्य झोपड़ियों में फैल गई। देखते ही देखते पूरा इलाका आग की चपेट में आ गया।


लोग अपना कीमती सामान छोड़कर जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। अग्निशमन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बीस से अधिक गाडिय़ां मौके पर पहुंचीं और तीन घंटे में स्थिति पर काबू पाया। सेक्टर-29 फायर स्टेशन, मानेसर, उद्योग विहार फायर स्टेशन, सेक्टर-37 फायर स्टेशन और भीम नगर फायर स्टेशन से 20 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।


उन्होंने कहा, "अग्निशमन और निकासी अभियान में कई दमकल कर्मियों, नागरिक सुरक्षा और पुलिस कर्मियों की टीमों को तैनात किया गया था। संभवत: यह घटना बिजली के शॉर्ट-सर्किट के कारण हुई थी।" ये झोपड़ियां प्लास्टिक कवर, तिरपाल शीट, लकड़ी और बांस से ढकी होती हैं। ये सामग्रियां आग के बहुत तेजी से पूरे क्षेत्र में फैलने का एक और कारण थीं।


उन्होंने कहा, "निवासियों को कुछ संपत्ति का नुकसान हुआ, लेकिन कोई मौत या चोट नहीं आई। निवासी दिहाड़ी मजदूर हैं जो निर्माण स्थलों और घरों में काम करते हैं।"


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