ग़ाना संसद में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन: 'भारत अफ्रीकी देशों के विकास में साझीदार'
- Asliyat team

- Jul 4
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जुलाई 2025 को ग़ाना की संसद में ऐतिहासिक संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने भारत और अफ्रीका के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। यह प्रधानमंत्री मोदी की ग़ाना की पहली आधिकारिक यात्रा थी, जो उनके पांच देशों के दौरे का हिस्सा है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "भारत अफ्रीका के विकास में एक प्रतिबद्ध साझीदार बना रहेगा। हम अफ्रीका के विकास ढांचे, 'एजेंडा 2063' का समर्थन करते हैं, ताकि इसके लोगों के लिए उज्जवल और स्थायी भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।"

उन्होंने आगे कहा, "हमारा दृष्टिकोण समानता के आधार पर एक साथ बढ़ने का है। हमारी विकास साझेदारी मांग-आधारित है, जो स्थानीय क्षमताओं को सशक्त बनाने और स्थानीय अवसरों को सृजित करने पर केंद्रित है। हमारा उद्देश्य केवल निवेश करना नहीं, बल्कि सशक्त बनाना है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने ग़ाना की आर्थिक एकीकरण की दिशा में की जा रही कोशिशों की सराहना की और इसे अफ्रीकी महाद्वीप के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने ग़ाना को अफ्रीका के
लिए एक "प्रेरणा का दीपस्तंभ" करार दिया।
भारत और ग़ाना के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए चार महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और विकास के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ग़ाना के राष्ट्रीय पुरस्कार को भारत और ग़ाना के बीच स्थायी मित्रता और साझा मूल्यों का प्रतीक बताया और इसके लिए ग़ाना के लोगों का आभार व्यक्त किया। इस यात्रा से भारत और ग़ाना के बीच रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जो दोनों देशों के बीच सहयोग और समृद्धि को बढ़ावा देंगे।







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