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कर्नाटक: मंगलुरु में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे पर युवक की पीट-पीटकर हत्या, 15 गिरफ्तार

कर्नाटक के मंगलुरु जिले के कुदुपु गांव में रविवार को एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने के आरोप में एक अज्ञात युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पुलिस ने अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है। ​


यह घटना 27 अप्रैल को दोपहर करीब 3 बजे भत्रा कल्लुर्ति मंदिर के पास हुई, जहां 10 टीमों के बीच क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मैच के दौरान युवक और एक व्यक्ति, सचिन, के बीच कहासुनी हुई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई। भीड़ ने युवक को लाठियों और लात-घूंसों से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।​



केवल प्रतिनिधि चित्र
केवल प्रतिनिधि चित्र

शाम करीब 5:30 बजे युवक का शव मंदिर के पास मिला, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पहले यह मामला अप्राकृतिक मृत्यु के रूप में दर्ज किया गया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीठ, हाथ, नितंब और जननांगों पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए, जिससे मौत का कारण आंतरिक रक्तस्राव और सदमा बताया गया।


मंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने बताया कि मुख्य आरोपी सचिन सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(2) के तहत दर्ज किया गया है, जो पांच या अधिक लोगों द्वारा की गई हत्या से संबंधित है। इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास या मृत्युदंड का प्रावधान है।


पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा के आधार पर अन्य संदिग्धों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।​ कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "यह एक गंभीर मामला है। यदि किसी ने आपत्तिजनक नारा लगाया भी हो, तो कानून को अपना काम करने देना चाहिए था। भीड़ द्वारा न्याय करना स्वीकार्य नहीं है।" ​


दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने भी इस घटना की निंदा की और पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने जनता से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। यह घटना कर्नाटक में बढ़ती साम्प्रदायिक संवेदनशीलता और भीड़ द्वारा न्याय की प्रवृत्ति को उजागर करती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सरकार की सख्त प्रतिक्रिया से संकेत मिलता है कि राज्य प्रशासन इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से ले रहा है।

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