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उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) हब के लिए भूमि आवंटन की मंजूरी दी

उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के हब के लिए आठ एकड़ भूमि आवंटित करने की मंजूरी दे दी है। यह महत्वपूर्ण निर्णय राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। इस भूमि का आवंटन गृह मंत्रालय को 99 वर्षों के पट्टे पर किया जाएगा। यह कदम प्रदेश की सरकार द्वारा अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है।


अयोध्या के गौरा बारिक छावनी क्षेत्र में स्थित इस भूमि का आवंटन एक बार की छूट के रूप में किया गया है, और यह एक उदाहरण के रूप में भविष्य में अन्य मामलों में नहीं लिया जाएगा। इस भूमि का चयन इसलिए किया गया क्योंकि यह अयोध्या की संवेदनशील सुरक्षा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक उपयुक्त स्थान है, जो राम मंदिर सहित अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा।


राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) हब की स्थापना से अयोध्या में त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता में सुधार होगा। इसके द्वारा सुरक्षा उपायों में न केवल त्वरित कार्यवाही की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि साथ ही किसी भी संभावित खतरे या आपात स्थिति का तत्काल निवारण भी संभव होगा। अयोध्या में धार्मिक स्थल और पर्यटन केंद्र होने के कारण यहां सुरक्षा की जरूरत हमेशा बनी रहती है। NSG के हब की तैनाती से खासतौर पर राम मंदिर जैसी महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए उच्चतम स्तर के सुरक्षा प्रोटोकॉल को लागू किया जाएगा।


इस कदम से राज्य सरकार का उद्देश्य अयोध्या को एक सुरक्षित और विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। NSG के इस हब के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अन्य भी कदम उठाए जाएंगे, जैसे कि तकनीकी और मानव संसाधनों का विस्तार, आधुनिक सुरक्षा उपकरणों की तैनाती और प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फैसले को अयोध्या में सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता हमेशा नागरिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। अयोध्या में NSG हब की स्थापना राज्य सरकार की सुरक्षा को लेकर गंभीर दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है।


आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस हब के कार्यान्वयन से न केवल अयोध्या की सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि पूरे प्रदेश में सुरक्षा तंत्र को भी एक नई दिशा मिलेगी। उम्मीद है कि आने वाले समय में अन्य संवेदनशील इलाकों में भी इस प्रकार की सुरक्षा पहल की जाएगी।



 
 
 

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