महाकुंभ में यातायात संबंधी परेशानियां: भारी जाम के बाद माघी पूर्णिमा स्नान से पहले ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित किया गया
- Asliyat team

- Feb 11
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बुधवार, 12 फरवरी को होने वाले ‘माघी पूर्णिमा स्नान’ के लिए योजनाएं बनाई गई हैं, जिसमें पूरे महाकुंभ क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित किया गया है। एक दिन पहले लोग कई स्थानों पर 30 घंटे से अधिक समय तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे।
माघी पूर्णिमा से पहले सोमवार को प्रयागराज जा रहे हजारों श्रद्धालु कथित तौर पर 300 किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम में फंस गए। पुलिस ने लोगों से कहा कि अगर संभव हो तो वापस लौट जाएं, जिससे मामले की गंभीरता का पता चलता है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि यातायात में देरी कुप्रबंधन के कारण नहीं, बल्कि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण अपरिहार्य है, क्योंकि यह इतिहास में मानवता का सबसे बड़ा समागम है।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि 13 जनवरी को महाकुंभ शुरू होने के बाद से अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं और लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे हैं। महाकुंभ जिला प्रशासन ने ‘माघी पूर्णिमा स्नान’ के लिए अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद में यातायात योजना तैयार की है।
श्रद्धालुओं के लिए स्नान को सुगम बनाने के लिए 11 फरवरी को सुबह 4 बजे से पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं को अनुमति दी जाएगी।
11 फरवरी को शाम 5 बजे के बाद प्रयागराज शहर में भी नो व्हीकल जोन लागू कर दिया जाएगा। आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं को छूट दी जाएगी। आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं के वाहनों को इस व्यवस्था से छूट दी जाएगी। एडवाइजरी में बताई गई यातायात व्यवस्था 12 फरवरी को मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं की सुचारू निकासी तक लागू रहेगी। प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध कल्पवासियों के वाहनों पर भी लागू होगा।








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