पाकिस्तानी हैकर्स ने भारतीय रक्षा वेबसाइटों को हैक करने का दावा किया; संवेदनशील डेटा की चोरी की आशंका
- Asliyat team
- 9 hours ago
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'पाकिस्तान साइबर फोर्स' नामक एक हैकर समूह ने दावा किया है कि उन्होंने भारतीय रक्षा संस्थानों की कई वेबसाइटों में सेंध लगाकर संवेदनशील जानकारी प्राप्त की है। इनमें मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (MES) और मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान (IDSA) शामिल हैं।
हैकर समूह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर बताया कि उन्होंने भारतीय रक्षा कर्मियों से संबंधित लॉगिन क्रेडेंशियल्स और अन्य संवेदनशील डेटा तक पहुंच बनाई है। हालांकि, इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, हैकर्स ने रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी 'आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड' की आधिकारिक वेबसाइट को भी डिफेस करने का प्रयास किया। हालांकि, इस प्रयास को समय रहते विफल कर दिया गया।
यह साइबर हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आया है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, और दोनों देशों के बीच साइबर मोर्चे पर भी संघर्ष तेज हो गया है।
भारतीय एजेंसियों ने पहले भी पाकिस्तान समर्थित हैकर समूहों द्वारा भारतीय वेबसाइटों को निशाना बनाने के प्रयासों को नाकाम किया है। हाल ही में, भारतीय सेना से संबंधित स्कूलों और पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी वेबसाइटों पर हमले के प्रयासों को विफल किया गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह साइबर हमला भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। सरकार और संबंधित एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पर विचार कर रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि आधुनिक युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि साइबर स्पेस में भी लड़ा जा रहा है, जहां सूचनाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है।
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